प्यारी कहानी
एक कहानी प्यारी सी,
जो लगे सभी
को प्यारी,
जब हम छोटे
थे
ह्मारे माता पिता
ने सुनाई
जो ह्मे,
ओर उन्हे उनके माता
पिता ने
आख़िर यह कहानी
थी क्या .....
ना याद है,
ना सुनाने वाला
साथ है,
पर कुछ पंक्तिया
याद है,
एक राजकुमार था,
घुड़सवारी,
नये नये कपड़ो
को पहनने का
जिसे शोक था,
सुंदर, सुशील- सा,
एक दिन वह
आएगा
तुम्हारे पास, ले
जाएगा
तुम्हे सबसे चुरा
कर
बस ये ही
याद है ओर
कुछ नही
यह कहानी मन को
प्यारी लगती है,
पर सताती भी
है,
ओर पूरी कहानी
याद नही आती,
अब सुनने वाला भी
नही है
जो दुबारा सुनाए
मन चाहे कहानी
सुनना
पर ना सुन
पाए
सुनाने वाला अब
पता नही
कहाँ है?
वो अहसास जो माता
पिता
की गोद की
होंद
शांति देने वाली
..
अब कहाँ
एक प्यारी कहानी ...
एक कहानी प्यारी सी

